www.agnews.co.in / प्रशांत गोयल / छिंदवाड़ा / मध्यप्रदेश में एकमात्र जिला छिंदवाड़ा ही ऐसा था, जिसकी सभी सातों विधायक कांग्रेस के थे । वही के एक विधायक कमलेश प्रताप शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी और विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया । साथ ही भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
चार माह पहले छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने वाले कमलेश प्रताप शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेली है। साथ ही विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया ।
उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और प्रमुख सचिव एपी सिंह को अपना त्यागपत्र दिया है । जिसे स्वीकार कर लिया गया है । अब एक-दो दिन में अमरवाड़ा सीट रिक्त घोषित करने संबंधी अधिसूचना जारी कर चुनाव आयोग को सूचित किया जाएगा, जो उपचुनाव कराएगा। विधानसभा में अब कांग्रेस दल के सदस्यों की संख्या 66 से घटकर 65 हो गई हैं ।
उधर, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन का कहना है कि सीट रिक्त होने की सूचना मिलने पर उसे चुनाव आयोग भेजा जाएगा । उपचुनाव कब होगा, यह आयोग ही तय करेगा । 16वीं विधानसभा के गठन के बाद यह पहला अवसर है, जब किसी विधायक ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया है ।
• कमल नाथ के गढ़ में भाजपा सेंध मारी करने मैं हुई कामयाब ।
मध्यप्रदेश का छिंदवाड़ा एकमात्र जिला ऐसा था जहां की सभी सातों सीटों पर विधायक कांग्रेस के थे । छिंदवाड़ा मे जिला पंचायत अध्यक्ष और नगर निगम महापौर भी कांग्रेस का है । पार्टी के इस गढ़ में सेंध मारी करने के लिए भाजपा लंबे समय से प्रयास कर रही थी। जिसमें भाजपा को अब जा के सफलता भी मिल रही है । 15वीं विधानसभा में भी छिंदवाड़ा जिले की सभी सातों सीटें कांग्रेस ने जीती थीं। तब छिंदवाड़ा से विधायक रहे दीपक सक्सेना ने कमलनाथ के लिए अपनी विधानसभा की सदस्यता को छोड़ा था। और मुख्यमंत्री रहते कमल नाथ ने यहां उपचुनाव लड़ा था । 15वीं विधानसभा में कांग्रेस के कुल 27 विधायकों ने त्यागपत्र दिया था । तब जा कर बीजेपी की दोबारा सरकार मैं वापसी हुई थी।